Om Banna history Temple In Hindi | श्री ओम बन्ना मंदिर की सम्पूर्ण जानकारी | 10 Awesome Facts
Om Banna Temple आपने सवाल किया की ओम बन्ना कौन थे ? Bullet Baba Temple In Hindi, श्री ॐ बन्ना सा मंदिर जिन्हें बुलेट बाबा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। चमत्कारी बुलेट बाबा का मंदिर जोधपुर और पाली हाईवे NH 65 पर स्थित है। वैसे तो वर्तमान में श्री ओम बन्ना सा या बुलेट बाबा को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है, फिर भी आज आपको विस्तार से श्री Om Banna सा की जानकारी यहाँ प्रदान की जायेगी।
बुलेट बाबा का मंदिर |
ओम बन्ना का जन्म परिचय
श्री ओम बन्ना सा का जन्म राजस्थान के पाली जिले में ग्राम चोटिला के सरपंच ठाकुर श्री जोग सिंह जी के घर हुवा था। इनका पूरा नाम ओम सिंह राठौड़ है।
Om Banna को आज पुरे भारत भर में ओम बन्ना, ॐ बन्ना, बुलेट मोटर साईकिल वाले राठौड बन्ना, चोटिला राजा और बुलेट वाले बाबा जैसे कई नामो से जाना जा रहा है।
Om Banna Miraculous Temple In Hindi | श्री ओम बन्ना मंदिर की सम्पूर्ण जानकारी | 10 Awesome Facts
Om Banna Temple आपने सवाल किया की ओम बन्ना कौन थे ? Bullet Baba Temple In Hindi, श्री ॐ बन्ना सा मंदिर जिन्हें बुलेट बाबा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। चमत्कारी बुलेट बाबा का मंदिर जोधपुर और पाली हाईवे NH 65 पर स्थित है। वैसे तो वर्तमान में श्री ओम बन्ना सा या बुलेट बाबा को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है, फिर भी आज आपको विस्तार से श्री Om Banna सा की जानकारी यहाँ प्रदान की जायेगी।
Page Contents
- ओम बन्ना का जन्म परिचय
- कैसे बने ओम सिंह से श्री ओम बन्ना सा
- ओम बन्ना सा की चमत्कारी बुलेट Om Banna RNJ 7773
- ओम बन्ना की मोटरसाइकिल का चमत्कार Om Banna
- ओम बन्ना का चमत्कार ( Om Banna )
- कैसे पहुंचे ओम बन्ना के धाम
- ओम बन्ना का जन्म परिचय
श्री ओम बन्ना सा का जन्म राजस्थान के पाली जिले में ग्राम चोटिला के सरपंच ठाकुर श्री जोग सिंह जी के घर हुवा था। इनका पूरा नाम ओम सिंह राठौड़ है।
Om Banna को आज पुरे भारत भर में ओम बन्ना, ॐ बन्ना, बुलेट मोटर साईकिल वाले राठौड बन्ना, चोटिला राजा और बुलेट वाले बाबा जैसे कई नामो से जाना जा रहा है।
Om Banna
बचपन से ही ओम बन्ना को बुलेट मोटरसाइकिल चलानी पसंद थी, Om Banna अच्छे स्वभाव वाले और जरुरतमंदो की मदद करने वाले इंसान थे।
कैसे बने ओम सिंह से श्री ओम बन्ना सा
जैसे हमने ऊपर बताया की ओम बन्ना को बुलेट मोटरसाइकिल चलाना अच्छा लगता था, वह कही भी बिना अपनी बुलेट के आना-जाना नहीं करते थे। अपने गाँव चोटिला से लगभग प्रतिदिन बुलेट से जोधपुर आना जाना रहता था।
एक दिन वह अपने ससुराल से वापस अपने गाँव को लौट रहे थे। संध्या का समय हो चूका था। ओम बन्ना सा अपनी बुलेट पर सवार होकर चल रहे थे। तभी उनको लगा की सड़क पर सामने कोई है। इसलिए उन्होंने एकदम से अपनी मोटरसाइकिल को घुमा दिया।
इस तरह उनकी मोटरसाइकिल का संतुलन बिगड़ गया और सड़क किनारे खड़े जाल के वृक्ष से जा टकराये। कहते है की यह टक्कर इतनी भयंकर थी की ओम बन्ना सा की दुर्घटना स्थल पर ही मृत्यु हो गई थी।
इसके कुछ दिनों बात शुरू हुवा ओम बन्ना सा के चमत्कारों का सिलसिला और धीरे-धीरे उनकी प्रसिद्धि पुरे विश्व में फ़ैल गई और आज हम उनको श्री ओम बन्ना सा या बुलेट बाबा अन्य कई नामों से जानते है।
ओम बन्ना सा की चमत्कारी बुलेट Om Banna RNJ 7773
ओम बन्ना की मोटरसाइकिल का चमत्कार Om Banna |
सं 1988 की संध्या का वह दिन था जब ओम बन्ना सा दुर्घटना के शिकार हुवे थे। जोधपुर अहमदाबाद राष्ट्रिय राजमार्ग पर जब हम जोधपुर से पाली की तरफ जाते है, तो पाली से करीब 20km पहले ही रोहिट थाने के पास ही वह स्थान है, जहाँ ओम बन्ना सा की दुर्घटना में मृत्यु हुई थआज सड़क किनारे लोगों की भीड़ लगी रहती है, सभी ओम बन्ना के देवरे और बुलेट के दर्शन के लिए लाइने लगाते है। देवरे पर ओम बन्ना सा की एक मूर्ति बनी है, और हर वक्त अखण्ड ज्योत जलती रहती है।
यही इस देवरे के पास ही खड़ी है, वह चमत्कारी बुलेट जिसपर लोग अपना मत्था टेकते है, और आशीर्वाद मांगते है।
स्थानीय लोगों के अनुसार इस स्थान पर हर रोज कोई न कोई वाहन दुर्घटना का शिकार हो जाया करता था। जिस वृक्ष के पास ओम सिंह राठौड़ Om Singh Rathore की दुर्घटना घटी उसी जगह पता नहीं कैसे कई वाहन दुर्घटना का शिकार हो जाते थे, यह रहस्य ही बना रहता था | कई लोग यहाँ दुर्घटना के शिकार बन अपनी जान गँवा चुके थे |
ओम बन्ना की मोटरसाइकिल का चमत्कार Om Banna
ओम सिंह राठौड़ (Om Banna ) की सड़क दुर्घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने अपनी कार्यवाही के तहद बुलेट मोटरसाइकिल को जब्त कर लिया और थाने में ले जाकर बंद कर दिया।
दूसरे दिन प्रातः बुलेट थाने से गायब थी, इस बात से पुरे थाने में हड़कंप मच गया और तलाशी शुरू कर दी। लेकिन सभी को हैरानी तो तब हुई जब वह मोटरसाइकिल उसी दुर्घटना स्थल पर पाई गई।
मोटरसाइकिल को वापस थाने लाया गया, लेकिन अगले दिन फिर बुलेट थाने से गायब होकर दुर्घटना स्थल पर पहुँच जाती थी। कई दिनों तक जब यह सिकसिला चलता रहा तो थाने के अधिकारियों ने ओम बन्ना सा के घर पर सुचना भिजवाई।
Om Banna सा के पिता श्री जोग सिंह जी और थाने के लोगों ने मामले की गम्भीरता को देखकर यही सोचा की हो सकता है, की मृत आत्मा की यही इच्छा है इसलिए उन्होंने वह मोटरसाइकिल को उसी दुर्घटना स्थल पर उसी वृक्ष के पास खड़ी कर दी।
ओम बन्ना का चमत्कार ( Om Banna )
मोटरसाइकिल के इस चमत्कार के बाद स्थानीय लोगो को और उस राजमार्ग पर चलने वाली गाड़ियों को अक्सर ओम बन्ना दिखाई देने लगे। कई लोगों ने उनको उस दुर्घटना स्थल के आस-पास सतर्क करते देखा गया।
वे उस दुर्घटना संभावित जगह तक पहुँचने वाले वाहन को जबरदस्ती रोक देते या धीरे कर देते ताकि उनकी तरह कोई और वाहन चालक असामयिक मौत का शिकार न बने | और उसके बाद आज तक वहाँ दुबारा कोई दूसरी दुर्घटना नहीं हुयी|
इस चमत्कार की वजह से लोगों में ओम बन्ना सा के प्रति आस्था बढ़ती गई इसी श्रधा का नतीजा है कि ओम बना के इस स्थान पर हर वक्त उनकी पूजा अर्चना करने वालों की भीड़ लगी रहती है। उस राजमार्ग से गुजरने वाला हर वाहन यहाँ रुक कर ओम बना को नमन कर ही आगे बढ़ता है और दूर दूर से लोग उनके स्थान पर आकर उनमे अपनी श्रद्धा प्रकट कर उनसे व उनकी मोटर साईकिल से मन्नत मांगते है |
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