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पाबूजी राठौड़ जीवनी - Biography of Pabuji Rathod in Hindi Jivani

पाबूजी राठौड़ जीवनी - Biography of Pabuji Rathod in Hindi Jivani केसे हो सभी ! आशा करता हूं की आप सभी अच्छे है तो ठीक है हम आज के टॉपिक पर बात करते है पता है आप को की एक टाइम था की मुख से निकले वचन अपने परानो से कही ज्यादा महवपूर्ण रखते थे इसी परकार से श्री पाबूजी महाराज ने परानों का बलिदान गायों की रक्षा करते हुवे दिया था तो आज इन्ही महान पुरुष और राजस्थान के लोक देवता श्री पाबूजी राठौड़ के पूरे जीवन पर प्रकाश डालेंगे यानी की इनके इतिहास के बारे में जानेंगे श्री पाबूजी महाराज राठौड़   पाबूजी राठौड़ ( महाराज ) कि कथा : फेरां सुणी पुकार जद, धाडी धन ले जाय | आधा फेरा इण धरा , आधा सुरगां खाय || पाबूजी राठौड़ का परिचय :  नाम                 : पाबूजी राठौड़ पिता                : धांधल जी राठौड़ माता                : कमलादे जन्म स्थान       : कोलू ( फलोदी ) जन्म                : वि. स. 1313 धर्म...

श्री हनुमान चालीसा। Hanuman Chalisa Hindi

 श्री हनुमान चालीसा। Hanuman Chalisa Hindi गोदावरी बालाजी  दोहा : श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।। चौपाई : जय हनुमान ज्ञान गुन सागर। जय कपीस तिहुं लोक उजागर।। रामदूत अतुलित बल धामा। अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।। महाबीर बिक्रम बजरंगी। कुमति निवार सुमति के संगी।। कंचन बरन बिराज सुबेसा। कानन कुंडल कुंचित केसा।। हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै। कांधे मूंज जनेऊ साजै। संकर सुवन केसरीनंदन। तेज प्रताप महा जग बन्दन।। विद्यावान गुनी अति चातुर। राम काज करिबे को आतुर।। प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया। राम लखन सीता मन बसिया।। सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा। बिकट रूप धरि लंक जरावा।। भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचंद्र के काज संवारे।। लाय सजीवन लखन जियाये। श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।। रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई। तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।। सहस बदन तुम्हरो जस गावैं। अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं।। सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा। नारद सारद सहित अहीसा।। जम कुबेर दिगपाल जहां ते। कबि को...

Hathi Bhata Tonk History

 Hathi Bhata Tonk History #हाथी_भाटा ....  जहां एक लाख वर्ष पहले भी जबरदस्त मानव कारीगर थे। राजस्थान के जिला टोंक में एक स्थान है हाथी भाटा ..... चौंकिएगा मत यह हाथी एक ही चटटान को काट कर निखार कर बनाया गया है ..... कोई टुकड़ा यहां वहां जोड़ा नहीं गया है ..... इसकी प्राचीनता के विषय में विवाद है लेकिन समकालीन कला के जानकार इसे न्यूनतम 1500-2000 वर्ष पुराना बताते हैं, क्योंकि इस पर हिन्दू प्रभाव ( घंटी का श्रृंगार ) स्पष्टतः देखने को मिल रहा है।   इससे भी बढ़कर बात यह है कि इस हाथी के आस-पास एक लाख वर्ष पहले भी मानव बस्ती थी और उस दौर के लोगों ने वहां चट्टानों में खोद खोद कर ( Engraving ) चित्र बनाए हुए हैं बिना किसी रंग और ब्रश के ..... फ़िर जब मनुष्य आग से भी परिचित नहीं था तब के पत्थरों के औजार भी मौजूद है ..... फ़िर 5000 वर्ष पुरानी समाधियां, आटा-मसाले आदि पीसने की चाक-घट्टी भी यहां हैं। 5000 हजार से 15000 वर्ष पहले के रंग वाले चित्र भी देखे जा सकते हैं। एक ही स्थान पर अलग-अलग कालखंड में मानव बस्तियों की उपस्थिति एक बहुत बड़ा प्रमाण है 2000 वर्ष पुराने इतिहास को समझने के ...

Safa kese bandha jata hai ( how to wear rajputi Safa )

दोस्तो जैसा की आप सभी ने शीर्ष तो देखा लिया है की आज की पोस्ट साफा कैसे सीख सकते है इस टॉपिक पर है  How to wear traditional Rajputi safa | TURBAN by deependra Singh rathore| Safa kaise bandhe | साफा कैसे बांधे जैसा की दोस्तो में देखा है की आप सभी साफा बांधने के वीडियो देखते है लेकिन आप को बहुत सारे वीडियो देखने के बाद भी आप को जैसा वीडियो चाहिए वो नही मिल पाता है अभी आप को काफी सारे वीडियो देखने की कोई जरूरत नही है हमारे यूट्यूब चैनल पर आप के लिए हमने वो सारे वीडियो डाले है को आप सर्च करते है जेसे की  Rajputana traditional safa  safa kaise bandhe safa kaise bandhe in hindi jodhpuri safa kaise bandha jaate hain Rajputi Safa kese bandha jata hai girls ke Safa kese bandha jata hai Punjabi safa kaise bandhe safa kaise bandha jata hai rajputi safa kaise bandhe How to wear traditional Rajputi safa TURBAN by deependra Singh rathore  S afa kaise bandhe  साफा कैसे बांधे jodhpuri safa jodhpuri safa jodhpur rajasthan jodhpuri safa in jaipur marwadi safa how to tie turban s...

राठौड़ों की कुलदेवी नागणेची माता का इतिहास ( History of Nagnechi Mata )

नागणेची माता का पूरा इतिहास राठौड़ों की कुलदेवी कौन है Nagnechiya Mata is kuldevi of all Rathore Rajputs. नागणेची माता इतिहास राठौड़ वंश में कुलदेवी के रूप में नागणेचियां माता जी पूजित है। परम्परा से पूर्व में राठेश्वरी, चक्रेश्वरी, पंखिणी आदि नामों से राठौड़ों द्वारा पूजा जाता रहा है। भारत में शक्ति की उपासना प्राचीनकाल से ही अनवरत चली आ रही है। नागणेची माता का मंदिर कहां स्थित है Nagnechiya Mata is kuldevi of all Rathore Nagnechiya Mata is kuldevi of all Rathore Rajputs. Main temple of Mata Nagnechiya is located in village Nagana near Jodhpur in Pachpadra tehsil . राजस्थान के राठौड़ राजवंश की कुलदेवी चक्रेश्वरी, राठेश्वरी, नागणेची या नागणेचिया के नाम से प्रसिद्ध है । नागणेचिया माता का मन्दिर राजस्थान में जोधपुर जिले के नागाणा गांव में स्थित है। यह मन्दिर जोधपुर से 96 किमी. की दूरी पर है। प्राचीन ख्यातों और इतिहास ग्रंथों के अनुसार मारवाड़ के राठौड़ राज्य के संस्थापक राव सिन्हा के पौत्र राव धूहड़ ( विक्रम संवत 1349-1366) ने सर्वप्रथम इस देवी की मूर्ति स्थापित कर मंदिर बनवाया । नाग...

sujangarh in Hindi

सुजानगढ़ भारत के राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र में चुरू जिले का एक शहर है। सुजानगढ़ अंबाला-पाली राजमार्ग (एनएच 65) और हनुमानगढ़-किशनगढ़ मेगा राजमार्ग पर स्थित है। यह शहर दूसरे तिरुपति बालाजी मंदिर के लिए जाना जाता है। पहला तिरुपति बालाजी वेंकटेश्वर मंदिर तिरुमाला में है । यह राजस्थान में दक्षिण भारतीय शैली में निर्मित पहला मंदिर  है।  Thalda रोड सुजानगढ़ पर भगवान शिव मंदिर और सुजानगढ़ के डूंगर बालाजी - गोपालपुरा में डूंगर बालाजी का मंदिर तथा अन्य दो हिंदू मंदिर हैं जो लोकप्रिय हैं। सुजानगढ़ में श्री देवसागर सिंघी जैन मंदिर एक शताब्दी पुराना जैन तीर्थ है जो शहर में स्थित है।

First woman of India qualified the Olympic in wrestler, Olympian, Commonwealth Games

First woman of India qualified the Olympic  in wre गीता फोगट का जन्म हरियाणा के चरखी दादरी जिले के बलाली गांव में हुआ था। उनके पिता महावीर सिंह फोगट , जो स्वयं एक पूर्व पहलवान और द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्तकर्ता थे, जो उनके कोच भी रहे हैं। उनकी बहन बबीता कुमारी और चचेरी बहन विनेश फोगट भी राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता हैं।   फोगट ने कुश्ती FILA एशियाई ओलंपिक योग्यता टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता जो अप्रैल 2012 में कजाखस्तान के अल्माटी में संपन्न हुआ था। दोनों ने राष्ट्रमंडल खेलों के 2014 संस्करण में अपनी-अपनी श्रेणियों में स्वर्ण पदक जीते है I गीता फोगट की एक और छोटी बहन रितु फोगट भी एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की पहलवान हैं और उन्होंने 2016 राष्ट्रमंडल कुश्ती चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है। उनकी सबसे छोटी बहन संगीता फोगट भी पहलवान हैं। गीता ने 20 नवंबर 2016 को अपने साथी पहलवान पवन कुमार से शादी की। तथा दिसंबर 2019 को दंपति का पहले बच्चे को जन्म दिया जिसका नाम अर्जुन है। आमिर खान की फिल्म दंगल गीता फोगट और उनकी बहन के जीवन पर आधारित है। फिल्म में उनकी भूमिका फा...

How to wear traditional Rajputi safa | TURBAN by deependra Singh rathore

How to wear traditional Rajputi safa | TURBAN by deependra Singh rathore   hello everyone !! This is my little effort to show How to wear safa | साफा कैसे बांधे . Basically i am from Jaipur (Rajasthan). You can suggest me any video related to rajasthani or rajput tradition. i'll try my best to make a video on it. Here is my all link available safa's Videos It takes almost 5 mints to wear a safa but as i wanted to tech you each and ever step of wearing a safa it took me 9 mints. By seeing this video you can also wear rajputi safa by yourself without anyone's help   Thank you & keep visiting. Rj Deependra Deependra Singh Rathore  whatsapp number  8949225811 __________________________________________   __________________________________________ Rajasthani Pagdi | Rajasthani Safa | How to Tie an Indian Turban | How to wear Indian Safa  __________________________________________ खुद को साफ़ा / पगड़ी बांधने ( बांधणे ) का तरीका 2...

मां भटियाणी जी ( जसोल माजीसा ) का इतिहास वह चमत्कार की कथा, History Of shree Jasol Majisa

मां भटियाणी जी ( जसोल माजीसा ) का इतिहास वह चमत्कार की कथा, History Of shree Jasol Majisa मां भटियाणी जी ( “ भूआजी स्वरूपों माजीसा ” बचपन का नाम ) मां भटियाणी जी का जन्म ग्राम जोगीदास तहसील फतेहगढ़ जिला जैसलमेर के ठाकुर जोगीदास जी के घर हुआ । जसोल माजीसा माता रानी भटियाणी माजीसा का इतिहास भूआजी स्वरूपों ( मां भटियाणी जी ) का विवाह मालाणी की राजधानी जसोल के राव भारमल जी के पुत्र जेतमाल जी के उतराधिकारी राव कल्याणसिंह के साथ हुआ था। राव कल्याणसिंह जी का यह दूसरा विवाह था। राव कल्याणसिंह का पहला विवाह राणी देवड़ी के साथ हुआ था। शुरुआत मे राव कल्याणसिंह की पहली राणी राणी देवड़ी के संतान नही होने पर राव कल्याण सिंह ने भूआजी स्वरूपों ( जिन्हे स्वरूप बाईसा के नाम से भी जाना जाता था) के साथ दूसरा विवाह हुआ था                       माता रानी भटियाणी माजीसा विवाह के बाद स्वरूप बाईसा ( मां भटियाणी जी ) से राणी स्वरुपं के नाम से जाने लगे ! विवाह के एक साल बाद राणी स्वरुपं ( मां भटियाणी जी ) ने एक बालक को जन्म दिया। जिनका नाम लालस...

Indian Rajputs History 2020 Rajputo Ki Utpatti

राजपूतों की उत्पति (rajouto ki uatpati) राजपूत वंश सूचिया| indian rajputs history Rajwada Rajput भारत में सनातन काल से ही अनेकों जातियाँ विराजमान रही हे प्राय भारत में चार वर्णो का विश्लेषण मिलता हे इन्हीं वर्णो में से एक क्षत्रियो को ही वर्तमान में राजपूत या राजपुत्र कहकर पुकारा जाता हे। राजपूतों के लिये यह कहा जाता है कि वह केवल राजकुल में ही पैदा हुआ होगा,इसलिये ही राजपूत नाम चला,लेकिन राजा के कुल मे तो कितने ही लोग और जातियां पैदा हुई है सभी को नहीं राजपूत कहा जाता है ,यह राजपूत शब्द राजकुल मे पैदा होने से नही बल्कि राजा जैसा बाना रखने और राजा जैसा धर्म  “सर्व जन हिताय,सर्व जन सुखाय”  को सर्वोपरी रखने से राजपूत शब्द की उत्पत्ति हुयी।राजपूत को तीन शब्दों में प्रयोग किया जाता है,पहला “ राजपूत ”,दूसरा “ क्षत्रिय ”और तीसरा “ ठाकुर ”,आज इन शब्दों की भ्रान्तियों के कारण यह राजपूत समाज कभी कभी बहुत ही संकट में पड जाता है। राजपूतो में कुल 62 वंशो का उल्लेख मिलता हे। राजपूत शब्द की सर्वप्रथम उत्पत्ति  6 ठी   शताब्दी   ईस्वी  में हुई थी. राजपूतों ने...