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maulik kartavya essay in hindi

मौलिक कर्तव्य  भारतीय संविधान निर्माताओ का यह विचार था कि मौलिक अधिकारो के साथ मौलिक कर्त्तव्यो का दायित्व स्वतः जुड़ा होता है। अतः मुल संविधान में मौलिक कर्त्तव्यों कको उल्लेख नहीं किया गया था भारतीय संविधान के पुननिक्षण के लिए गठीत स्वर्ण सिंह समिति के प्रतिवेदन के आधार पर 1976 में 42 वें सविधान संशोधन व्दारा भाग 4-क तथा अनुच्छेद 51-क को जोड.कर मुल कर्त्तवयों को शामिल किया गया । इसमें भारतीय नागरीकों के 10 मोलिक कर्त्तवयो का उल्लखे किया गया, लेकिन वर्तमान में मुल कर्त्तव्यों कि सख्या बढकर 11 हो गई है. जो निम्नलिखित है।  maulik kartavya 1. संविधान का पालन तथा उसके आदर्शो, संस्थाओ और राष्ट्रीय प्रतकों का सम्मान ।  2. राष्ट्रीय आन्दोलन के प्रेरक आदर्शो का पालन ।  3. भारत की एकता, अखण्डता और सम्प्रभुता की रक्षा  4. देश कि रक्षा और राष्ट्र सेवा ।  5. भारत के लोगो में समरसता और भ्रात्तत्व कि भावना का विकास ।  6. समन्वित सस्र्कति कि गौरवशाली परम्परा की रक्षा ।  7. प्राक्रतिक पर्यावरण की रक्षा और सभी प्राणीयों के प्रति दयाभाव ।  8. व...

Navratri 5th Day: Maa Skandamata Mantra & Puja Vidhi

Navratri 5th Day: Maa Skandamata Mantra & Puja Vidhi Maa Skanda mata Navratri 2020 Skandamata Puja : आज नवरात्रि के पांचवे दिन ऐसे करें स्कंदमाता की आराधना , जानें मंत्र एवं आरती Navratri 2020 Maa Skandamata Puja:  नवरात्रि का पांचवां दिन है। आज के दिन मां दुर्गा के पांचवे अवतार मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है। इनकी पूजा करने से व्यक्ति के लिए मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं। साथ ही परम सुख की प्राप्ति मिलती है। इनकी 4 भुजाएं हैं। मां का आसन कमल है। यही कारण है कि इन इसी कारण इन्हें पद्मासना देवी भी कहा जाता है। इनका वाहन सिंह है। व्यक्ति का मन समस्त लौकिक , सांसारिक , मायिक बंधनों से विमुक्त होकर मां के इस स्वरूप में पूर्णतः तल्लीन हो जाता है। सच्चे मन से अगर मां स्कंदमाता की आराधना की जाए तो व्यक्ति सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। माता स्कंदमाता की पूजा विधि : इस दिन स्नानादि कर सभी कार्यों से निवृत्त हो जाए। फिर मां का स्मरण करें। इसके बाद स्कंदमाता को अक्षत् , धूप , गंध , पुष्प अर्पित करें। फिर पान , सुपारी , कमलगट्टा , बताशा , लौंग का जोड़ा , किसमिस , कपूर , गूगल , इल...

PM Narendra Modi to inaugurate Atal Tunnel Rohtang Tunnel Today what is Atal Tunne World longest highway tunnel atal tunnel

  दुनिया की सबसे लंबी अटल टनल का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन , जानें इस सुरंग की खासियत   Atal Tunne World longest highway tunnel   Atal Tunnel से कैसे होगा आर्मी को फायदा, जानें सुरंग के बारे में सबकुछ रोहतांग सुरंग   या अटल सुरंग है जो विश्व की सबसे बड़ी सुरंग है। अटल बिहारी वाजपेयी जब प्रधानमंत्री थे तब 03 जून , 2000 को रोहतांग दर्रे के नीचे एक स्ट्रैटजिक टनल का निर्माण करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया था. टनल के दक्षिण पोर्टल की पहुंच रोड की आधारशिला 26 मई , 2002 रखी गई थी. सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने प्रमुख भूवैज्ञानिक , भूभाग और मौसम की चुनौतियों पर काबू पाने के लिए जीतोड़ मेहनत की. इनमें सबसे कठिन प्रखंड 587 मीटर लंबा सेरी नाला फॉल्ट जोन शामिल है , दोनों छोर पर सफलता 15 अक्टूबर , 2017 को मिली. प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्‍व में केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल ने 24 दिसंबर 2019 को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा दिए गए योगदान को सम्‍मान प्रदान करने के लिए रोहतांग टनल का नाम अटल टनल रखने का निर्णय लिया गया था. यह सुरंग   मनाली लेह राजमार्...

Jamwai Mata Jamwa Ramgarh History in Hindi

  जयपुर /   बहुत रोचक है जमवाय माता मंदिर का इतिहास , राजा समेत पूरी सेना को देवी से मिला था जीवनदान jamway mata photo जयपुर   |  जयपुर के नज़दीक और रामगढ झील से एक किलोमीटर आगे पहाड़ी की तलहटी में बना जमवाय माता का मंदिर आज भी देश के विभिन्न हिस्सों में बसे कछवाह वंश के लोगों की आस्था का केन्द्र बना हुआ है। जमवाय माता कुलदेवी होने से नवरात्र एवं अन्य अवसरों पर देशभर में बसे कछवाह वंश के लोग यहां आते हैं और मां को प्रसाद , पोशाक एवं 16 शृंगार का सामान भेंट करते हैं। कछवाहों के अलावा यहां अन्य समाजों के लोग भी मन्नत मांगने आते हैं। यहां पास ही में रामगढ़ झील एवं वन्य अभयारण्य होने से पर्यटक भी बड़ी संख्या में आते हैं। ये है मान्यता जमुवाय माता का इतिहास जय जमुवाय सदा सहाय कछवाहा री कीर्ति सारी सदा सहाय जसधारी बणीयां जगत , जय माता जमुवाय                                                        ...